
सामने ये कौन आया दिल में हुई हलचल
देख के बस एक ही झलक
हो गये हम पागल
बातें मुलाक़ातें तो होंगी
हम से भी वो हम पे खुलेंगी कभी
आज नहीं तो कल
आँखों ही आँखों में बातों ही बातों में
कभी जान पहचान होगी
सुन लो ये कहानी
हसीना इक अनजानी
किसी दिन महरबान होगी
ज़ू ज़ु ज़ू, ज़ू ज़ु ज़ू ज़ू ज़ु ज़ू, ज़ू ज़ु ज़ु ज़ु
सामने ये कौन आया ...
रहना है यहाँ तो
दोनों हैं जवाँ तो
भला दूर कैसे रहेंगे
माना वो हसीं है तो
हम भी कम नहीं हैं
वो मगरूर कैसे रहेंगे
ल ला र, ल ला र ल ला र, ल ला ल ल
सामने ये कौन आया
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