हाय तौबा मुझे तू ने बदनाम कर दिया
मेरी नज़र ने ये दिल तेरे नाम कर दिया
हाय तौबा मुझे तू ने बदनाम कर दिया
तुमसे पिया हमको कहनी थी कितनी बातें
सोचा था कर लेंगे जब होंगी मुलाक़ातें
मिलने पर हम तुमसे लेकिन कुछ भी कह न पाये
बिना कहे हाँ
बिना कहे आँखों ने ये काम कर दिया
हाय तौबा मुझे तू ने
देखो मिले कैसे हम दो राही अन्जाने
बातों ही बातों में बन बैठे मीत पुराने
कौन हूँ मैं और कौन है तू क़िसमत ने लेकिन देखो
मेरी कहानी, हाँ
मेरी कहानी का ये अंजाम कर दिया
हाय तौबा ...
No comments:
Post a Comment