Tuesday, March 22, 2011

पहला पहला प्यार है ! पहली पहली बार है !


पहला पहला प्यार है
पहली पहली बार है

जान के भी अंजाना
कैसा मेरा यार है..

उसकी नज़र, पलकों की चिलमन से मुझे देखती, उसकी नज़र
उसकी हया, अपनी ही चाहत का राज़ खोलती, उसकी हया
छू के करे जो वफ़ा, ऐसा मेरा यार है
पहला पहला प्यार है ...

वो है निशा, वो ही मेरी ज़िंदगी की भोर है, वो है निशा
उसे है पता, उसके ही हाथों में मेरी डोर है, उसे है पता
सारे जहाँ से जुड़ा, ऐसा मेरा प्यार है
पहला पहला प्यार है

1 comment:

Sakthi said...

yes you are right, i like it but dont understand... good job, carry on..