Saturday, November 24, 2018

दिन तो गुज़रते है जिसके ख्यालो मे राते गुज़रती है उसकी ही यादो मे



प्यार ये जाने कैसा है क्या कहे ये कुछ ऐसा है,
कभी दर्द ये देता है कभी चैन ये देता है,
कभी गम देता है कभी ख़ुशी देता है...

दिन तो गुज़रते है जिसके ख्यालो मे
राते गुज़रती है उसकी ही यादो मे
वक़्त मिलन का आये तो राहो मे
झूमे बहारे फूलो की कलियो मे
भंवरो की टोली आये
कलियो पे वो मंडराए
डर ये फिजा का भी दिल से मिटाए

प्यार ये जाने कैसा है क्या कहे ये कुछ ऐसा है,
कभी दर्द ये देता है कभी चैन ये देता है,
कभी गम देता है कभी ख़ुशी देता है..

आंखो पे छाये है सपना बनके तो
कोई पराया आये अपना बनके
चलते चलते ही राहो की धुप में
साथी मिल जाए कोई साया बनके
मंजिल आये ना आये या कोई तूफ़ान आये
दिलवालो को ये जीना सिखाये

प्यार ये जाने कैसा है क्या कहे ये कुछ ऐसा है,
कभी दर्द ये देता है कभी चैन ये देता है,
कभी गम देता है कभी ख़ुशी देता है..

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